डिजिटल अरेस्ट का डर दिखाकर रिटायर्ड कर्मचारी से ₹32.54 लाख की ठगी, FIR दर्ज

dijital arrest

जांजगीर-चांपा. छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा जिले में एक रिटायर्ड सरकारी कर्मचारी से साइबर ठगों ने डिजिटल अरेस्ट और मनी लॉन्ड्रिंग के फर्जी केस में फंसाने की धमकी देकर ₹32.54 लाख की ठगी कर ली। यह रकम पीड़ित से 6 अलग-अलग ट्रांजेक्शन के माध्यम से वसूल की गई। पुलिस ने मामले की शिकायत पर कोतवाली थाना में एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

🔹 क्या है मामला?

पीड़ित तुषारकर देवांगन, जो शंकर नगर कॉलोनी के निवासी हैं और सिंचाई विभाग से रिटायर्ड हो चुके हैं, को साइबर ठगों ने व्हाट्सएप पर एक फर्जी केनरा बैंक एटीएम कार्ड और डिजिटल अरेस्ट वारंट भेजा। ठगों ने दावा किया कि उनका नाम एक मनी लॉन्ड्रिंग केस में सामने आया है और उनके बैंक खाते की जांच की जा रही है।

डर का माहौल बनाकर आरोपियों ने देवांगन से कुल ₹32,54,996 की ठगी की। यह रकम 6 किस्तों में चार अलग-अलग बैंक खातों और दो बार PhonePe के माध्यम से ट्रांसफर करवाई गई।

🔹 ऐसे फंसाया जाल में

  1. व्हाट्सएप कॉल और मैसेज के जरिए संपर्क किया गया।

  2. खुद को बैंक अधिकारी और जांच एजेंसी से जुड़ा बताया।

  3. फर्जी डिजिटल अरेस्ट वॉरंट और एटीएम कार्ड दिखाकर धमकाया गया।

  4. जांच से बचने के नाम पर किस्तों में बड़ी रकम ट्रांसफर कराई गई।

🔹 पुलिस की कार्रवाई

पीड़ित को ठगी का अहसास होने पर उन्होंने कोतवाली थाना में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने आईटी एक्ट और IPC की संबंधित धाराओं में केस दर्ज करते हुए जांच शुरू कर दी है। साइबर सेल की मदद से संदिग्ध खातों और ट्रांजेक्शन की निगरानी की जा रही है।

Comments

No comments yet. Why don’t you start the discussion?

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *